महायोद्धा वीर जखई एवं मैकू देव की यशगाथा

(लोक आस्था के प्रतीक यदुवंशी वीर – जखेश्वर एवं मैकेश्वर)

📍 पैंडात – वीरों की धरती

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जनपद में जसराना तहसील के अंतर्गत यमुना तट पर बसा पैंडात गाँव यदुवंशी अहीर क्षत्रियों का गौरवशाली ठिकाना है। यहाँ के ऊँचे टीले पर बने भव्य मंदिर श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।

🙏 जय घोष और लोक आस्था

"जय जखेश्वर", "जय मैकश्‍वर", और "जय सच्चे दरबार" के जयकारों से गूंजता यह क्षेत्र भक्तों की अपार श्रद्धा का केंद्र है।

⚔️ 12वीं सदी के महायोद्धा

जखई सिंह (जखेश्वर) और मैकू सिंह (मैकेश्वर) महोबा के राजा परमालचंदेल के दरबार के सामंत थे। ये वीर आल्हा-ऊदल के समकालीन और सजातीय भाई माने जाते हैं। ये माँ चामुंडा के उपासक और अपार शौर्य के धनी थे।

🛡️ पृथ्वीराज चौहान से युद्ध

राजकुमारी संयोगिता के अपहरण के समय वीर जखई और मैकू ने पृथ्वीराज की सेना का डटकर सामना किया। जखई सिंह ने 40 सरदारों का वध किया। अंततः धोखे से पृथ्वीराज ने उनका वध किया।

🐘 मैकू देव की वीरता

भाई की वीरगति का समाचार पाकर मैकू देव अकेले ही दिल्ली पहुँचे, लेकिन धोखे से उन्हें भी मार दिया गया।

🔮 देवता रूप में प्रतिष्ठा

आज ये दोनों वीर "जखई देव" और "मैकू देव" के रूप में पूजित हैं। पैंडात स्थित मंदिर में इनकी भव्य मूर्तियाँ स्थापित हैं – एक घोड़े पर और दूसरी हाथी पर सवार।

🗓️ विशेष पर्व एवं दर्शन समय

  • दर्शन समय: सुबह 5:00 – 12:00 बजे | शाम 3:00 – 9:00 बजे
  • विशेष मेले: माघ और आषाढ़ मास में प्रत्येक शनिवार और रविवार
  • पूर्णिमा / अमावस्या: विशेष श्रृंगार, आरती एवं भजन संध्या

🎁 भेंट एवं श्रद्धा

भक्तगण नारियल, लाल चूनर, दही, पताका आदि भेंट स्वरूप चढ़ाते हैं। जात-पर्व के दौरान नारियलों का ढेर मूर्ति को ढँक देता है।

✨ जय जखई देव! जय मैकू देव! जय सच्चे दरबार! ✨